Sad shayri
:-तूझे मेरी मुस्कान अच्छी लगती थी
ले आज तूझे वो भी दे दी ?
:-मेरे अकेलेपन को मेरा शौख ना समझो यारो, बड़े ही प्यार से तोहफा दिया है किसी चाहने वाले ने.
:-सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम… कभी वो भी तो पढ़ो जो हम कह नहीं पाते..
:-आत्महत्या कर ली गिरगिट ने, और सुसाइड नोट में लिख डाला – ‘इंसान से जयादा में रंग नहीं बदल सकता’
:-लोग बदलते नहीं है बस उनकी ज़िन्दगी में आपसे कोई बेहतर आ जाता है ??
:-दिल जीतने का हुनर नहीं आता हमे, वो बात अलग है के यहाँ दिल किसके पास है
:-अकेले रहने में और अकेले होने में फर्क होता है
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